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✽••Post No➛ 60••✽
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❀ Para No-30 ❨Surah Shams❩ ❀
✦⇝ IS SURAH ME 15 AYAT HAI, AUR YE SURAH MAKKA ME NAZIL HUI HAI.
※⇝6 SE 10 AYAT IS POST ME HAIN.
★⇝❥BismiLLahirrahmaanirraheem.,
❻➻Aur (Qasam Hai) Zameen Ki Aur Us (Zaat) Ki Jisne Usko Bichaya,
❼➻Aur (Qasam Hai Insaan Ki) Jaan Ki Aur Us (Zaat) Ki Jisne Usko Durust Banaya,
❽➻Fir Uski Bad-Qirdari Aur Parhezgari (Dono Baaton) Ko Uske Dil Me Daala,
❾➻Yaqeenan Woh Murad Ko Pahucha Jisne Is (Jaan) Ko Paak Kar Liya,
❶⓿➻Aur Na-Murad Hua Jisne Isko (Gunahon Aur Buraiyon Me) Daba Diya,
🗂 Tafseer Ibne Kaseer Jild 6,{sirf Tarjuma Likha Jaa Raha}
••═༻क़ुरआन का तर्जुमा༺═••
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✽••पोस्ट नम्बर -६०••✽
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❀ पारा नम्बर-३० ❀
❨सूर:शम्स❩
✦⇝इस सूरह में १५ आयत हैं, और ये सूरह मक्का में नाज़िल हुई हैं!.
※⇝६ से १० आयत इस पोस्ट में हैं!.
★⇝❥बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम.,
६➻और (कसम है) ज़मीन की और उस (जात) की जिसने उसको बिछाया,
७➻और (कसम है इंसान की) जान की और उस (जात) की जिसने उसको दुरुस्त बनाया,
८➻फिर उसकी बद-किदारी और परहेजगारी (दोनों बातों) को उसके दिल में डाला,
९➻यकीनन वह मुराद को पहुंचा जिसने इस (जान) को पाक कर लिया,
१०➻और ना-मुराद हुआ जिसने इसको (गुनाहों और बुराइयों में) दबा दिया,
🗂तफ़सीर इब्न ए कसीर जिल्द ६.{सिर्फ तर्जुमा लिखा जा रहा }
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