ﺑِﺴْــــــــــــــــﻢِﷲِﺍﻟﺮَّﺣْﻤَﻦِﺍلرَّﺣِﻴﻢ
✿ FAZAA'IL E RAMZAN ✿
▍posт ղo- 15 ▍
✿●•· Khajoor aur Paani Se Aftaar_
┱ _ Farmaya Rasoole Akram Sallallahu Alaihivasallam ne k jab tum Roza kholne Lago to Khajooro se aftaar Karo , Kyunki Khajoor sarapa Barkat hai , Agar Khajoor na mile to Paani se Roza khol lo , Kyunki wo ( zaahir v Baatin ko ) Paak karne Wala hai _,” ( Tirmizi an Salman bin Aamir Raz.)
┱✿ Roza Jism Ki Zakkat Hai _,
┱_ Hazrat Abu Huraira Raziyallahu Anhu se Rivayat Hai k farmaya Khatimul Ambiya Sallallahu Alaihivasallam ne k har Cheez ki Zakaat hoti Hai aur Jism ki Zakaat Roza hai _,” ( ibne Maaja an Abi Huraira Raz. )
┱✿ Sardi mai Roza _,”
┱_ Hazrat Aamir Bin Masoud Raziyallahu Anhu se Rivayat Hai k farmaya Sarware Aalam Sallallahu Alaihivasallam ne k Mausam Sarma mai Roza rakhna muft Ka Sawab hai , ( Tirmizi ) Muft Ka sawab isliye farmaya k isme Pyaas nahi lagti aur Din bhi Chhota hota Hai ,
▉﹍﹍﹍﹍﹍﹍﹍﹍﹍﹍▉
✿_ फज़ाइल ए रमज़ान _✿
✿●•· खजूर और पानी से अफ्तार
➠फरमाया रसूले अकरम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने की जब तुम रोज़ा खोलने लगो तो खजूरों से अफ्तार करो,क्योंकि खजूर सरापा बरकत है,अगर खजूर न मिले तो पानी से रोज़ा खोल लो,क्योंकि वो (ज़ाहिर और बातिन)को पाक करने वाला है,, ( तिरमिज़ी अन सलमान बिन आमिर रज़ियल्लाहु अन्हु)
✿●•·रोज़ा जिस्म की ज़कात है
➠हज़रत अबू हुरैराह रज़ियल्लाहु अन्हु से रिवायात है कि फरमाया ख़ातिमूल अम्बिया सल्लल्लाहू अलैहि वसल्लम ने की हर चीज़ की ज़कात होती हैऔर जिस्म की ज़कात रोज़ा है,, ( इब्ने माजा अन अबी हुरैरा रजियल्लाहु अन्हु)
✿●•·सर्दी में रोज़ा
➠हज़रत आमिर बिन मसूद रज़ियल्लाहु अन्हु से रिवायात है कि फरमाया सरवरे आलम सल्लल्लाहू अलैहि वसल्लम ने की मौसम सरमा में रोज़ा रखना मुफ्त का सवाब है, (तिर्मिज़ी)मुफ्त का सवाब इसीलिए फरमाया की इसमें प्यास नही लगती और दिन भी छोटा होता है,,
📕तोहफा ए खवातीन_,
▓▔▔▔▔▔▔▔▔▔▔▔▔▔▔▓
💕 ʀєαd,ғσʟʟσɯ αɳd ғσʀɯαʀd💕
✿ FAZAA'IL E RAMZAN ✿
▍posт ղo- 15 ▍
✿●•· Khajoor aur Paani Se Aftaar_
┱ _ Farmaya Rasoole Akram Sallallahu Alaihivasallam ne k jab tum Roza kholne Lago to Khajooro se aftaar Karo , Kyunki Khajoor sarapa Barkat hai , Agar Khajoor na mile to Paani se Roza khol lo , Kyunki wo ( zaahir v Baatin ko ) Paak karne Wala hai _,” ( Tirmizi an Salman bin Aamir Raz.)
┱✿ Roza Jism Ki Zakkat Hai _,
┱✿ Sardi mai Roza _,”
┱_ Hazrat Aamir Bin Masoud Raziyallahu Anhu se Rivayat Hai k farmaya Sarware Aalam Sallallahu Alaihivasallam ne k Mausam Sarma mai Roza rakhna muft Ka Sawab hai , ( Tirmizi ) Muft Ka sawab isliye farmaya k isme Pyaas nahi lagti aur Din bhi Chhota hota Hai ,
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✿_ फज़ाइल ए रमज़ान _✿
✿●•· खजूर और पानी से अफ्तार
➠फरमाया रसूले अकरम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने की जब तुम रोज़ा खोलने लगो तो खजूरों से अफ्तार करो,क्योंकि खजूर सरापा बरकत है,अगर खजूर न मिले तो पानी से रोज़ा खोल लो,क्योंकि वो (ज़ाहिर और बातिन)को पाक करने वाला है,, ( तिरमिज़ी अन सलमान बिन आमिर रज़ियल्लाहु अन्हु)
✿●•·रोज़ा जिस्म की ज़कात है
➠हज़रत अबू हुरैराह रज़ियल्लाहु अन्हु से रिवायात है कि फरमाया ख़ातिमूल अम्बिया सल्लल्लाहू अलैहि वसल्लम ने की हर चीज़ की ज़कात होती हैऔर जिस्म की ज़कात रोज़ा है,, ( इब्ने माजा अन अबी हुरैरा रजियल्लाहु अन्हु)
✿●•·सर्दी में रोज़ा
➠हज़रत आमिर बिन मसूद रज़ियल्लाहु अन्हु से रिवायात है कि फरमाया सरवरे आलम सल्लल्लाहू अलैहि वसल्लम ने की मौसम सरमा में रोज़ा रखना मुफ्त का सवाब है, (तिर्मिज़ी)मुफ्त का सवाब इसीलिए फरमाया की इसमें प्यास नही लगती और दिन भी छोटा होता है,,
📕तोहफा ए खवातीन_,
💕 ʀєαd,ғσʟʟσɯ αɳd ғσʀɯαʀd💕
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