Bismillahirrahmanirraheem
Hadith : Jannat ke kamrey (room)
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Jamia Tirmizi, Jild 1, 2048-Hasan
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جامہ ترمیزی ، جلد ١ ، ٢٠٤٨-حسن
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✦ हज़रत अली रदी अल्लाहू अन्हु से रिवायत है की रसूल-अल्लाह सलअल्लाहू अलैहि वसल्लम ने फरमाया जन्नत में ऐसे कमरे हैं जिनका बाहर का हिस्सा अंदर से और अंदर का हिस्सा बाहर से नज़र आएगा. (ये सून कर) एक आराबी ने खड़े हो कर अर्ज़ किया या रसूल-अल्लाह सलअल्लाहू अलैहि वसल्लम वो किसके लिए हैं ? तो आप सलअल्लाहू अलैहि वसल्लम ने फरमाया जो अच्छी बात करे, खाना खिलाए, अक्सर रोज़ रखे और अल्लाह की रज़ा के लिए रात में उस वक़्त नमाज़ पढ़े जब लोग सो गए हों
जामिया तिर्मीज़ी, जिल्द 1, 2048-हसन
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✦ Ali narrated that the Rasool-Allah Sallallahu Alahih Wasallam said: "Indeed in Paradise there are chambers, whose outside can be seen from their inside, and their inside can be seen from their outside." A Bedouin stood and said: 'Who are they for, O Messenger of Allah?" He said: "For those who speak well, feed others, fast regularly, and perform salat [for Allah] during the night while the people sleep."
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