⭕AAJ KA SAWAL NO.1770⭕
A. Ek shakhs par haj farz ho chuka hai lekin us ki bivi beemar hai to ye us ke liye uzr hai ya nahi?
B. Kissi shakhsh par haj farz hai lekin maa ya baap bimar hai aur un ko bete ki khidmat ki zaroorat hai to haj ko multawi kar sakta hai ya nahi?
🔵JAWAB🔵ؔ
حامدا و مصلیا مسلما
A. Bivi beemar ho to ye shohar ke liye haj ki adaygi me takheer-der karne ka uzr nahi ban sakta lihaza us ki bivi ki teemaardaari-dekhbhal ka ma`qool-saheeh intizam kar ke haj ko chale jana chahiye.
📗BAHARUR RAAIQ 1/389
📘TAHTAAWI 396
📕KITABUL MASAIL 3/76,77
و الله اعلم بالصواب
🌙🗓ISLAMI TAREEKH :
20 SHAAWWALUL MUKARRAM1440 HIJRI
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बीवी या माँ-बाप की बीमारी की वज़ह से हज में ताख़ीर
⭕आज का सवाल नंबर १७७०⭕
१।
एक शख्स पर हज फ़र्ज़ हो चूका है लेकिन उस की बीवी बीमार है तो ये उस के लिए उज़्र है या नहीं ?
२।
किसी शख्स पर हज फ़र्ज़ है लेकिन माँ या बाप बीमार है और उन को बेटे की ख़िदमत की ज़रूरत है तो हज को मुल्तवी कर सकता है या नहीं ?
🔵जवाब🔵
حامدا و مصلیا مسلما
१।
बिवी बीमार हो तो ये शोहर के लिए हज की आदायगी में ताख़ीर-देर करने का उज़्र नहीं बन सकता, लिहाज़ा उस की बीवी की तीमारदारी-देखभाल का मा'अकूल-सहीह इंतिज़ाम कर के हज को चले जाना चाहिये।
📗बहरूर राइक १/३८९
२।
पूछी हुई सूरत में हज के ईरादे को मोअख़्ख़र-मुलतवी करे और माबाप की ख़िदमत को बजा ले।
📘तहतावी ३९६
📕किताबुल मसाइल ३/७६,७७
و الله اعلم بالصواب
२०शव्वाल उल मुकररम१४४०~हिज़री
✍🏻मुफ़्ती इमरान इस्माइल मेमन.
🕌उस्ताज़े दारुल उलूम रामपुरा, सूरत, गुजरात, इंडिया.
https://aajkasawal.in/१७७०-बीवी-या-माँ-बाप-की-बीम/
http://aajkasawal.page.tl
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