••═༻Quran Ka Tarjuma༺═••
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✽••Post No➛82••✽
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❀ Para No-30 ❀
❨Surah-ZilZaala❩
✦⇝ IS SURAH ME 8 AYAT HAI, AUR YE SURAH MADINA ME NAZIL HUI HAI.
Ayat
※⇝6 SE 8 AYAT IS POST ME HAIN.
★⇝❥BismiLLahirrahmaanirraheem.,
❻➻Us Din Log Alag Alag Jamaten Hokar (Hisaab Ke Maqaam Se) Wapas Honge Taaki Apne Aamaal (Ke Fal) Ko Dekh Le,
❼➻So Jo Shaks (Duniya Me) Jarra Barabar Neki Karega Wo (Wahan) Usko Dekh Lega,
❽➻So Jo Shaks Jarra Barabar Burai Karega Wo Usko Dekh Lega,
🗂 Tafseer Ibne Kaseer Jild 6,{sirf Tarjuma Likha Jaa Raha}
➻Alhumdulillah Ye Surah Bhi Muqammal Hui.
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✽••पोस्ट नम्बर -८२••✽
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❀ पारा नम्बर-३० ❀
❨सूर:जि़लजा़ल❩
✦⇝इस सूरह में ८ आयत हैं, और ये सूरह मदीना में नाज़िल हुई हैं!.
※⇝६ से ८ आयत इस पोस्ट में हैं!.
★⇝❥बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम.,
६➻उस दिन लोग अलग अलग जमतें होकर (हिसाब के मकाम से) वापस होंगे ताकि अपने अामाल (के फल) को देख लें,
७➻सो जो शक्स (दुनिया में) जर्रा बराबर नेकी करेगा वो (वहां) उसको देख लेगा,
८➻सो जो शक्स जर्रा बराबर बुराई करेगा वो उसको देख लेगा,
🗂तफ़सीर इब्न ए कसीर जिल्द ६.{सिर्फ तर्जुमा लिखा जा रहा }
➻अलहम्दुलिल्लाह ये सूर: भी मुकम्मल हुई,
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