••═༻Quran Ka Tarjuma༺═••
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✽••Post No➛91••✽
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❀ Para No-30 ❀
❨Surah-Humaza❩
✦⇝ IS SURAH ME 9 AYAT HAI, AUR YE SURAH MAKKA ME NAZIL HUI HAI.
※⇝5 SE 9 AYAT IS POST ME HAIN.
★⇝❥BismiLLahirrahmaanirraheem.,
❺➻Aur Apko Kuch Maloom Hai Ki Woh Tod-Fod Karne Wali Aag Kaisi Hai...?
❻➻Woh Allah Ki Aag Hai Jo (Allah Ke Hukm Se) Sulgaai Gayi Hai,
❼➻Jo (Ki Badan Ko Lagte Hee) Dilon Tak Jaa Pahunchegi,
❾➻(Is Tarah Se Ki) Wo Log Aag Ke Bade Lambe Lambe Sutoono Me (Ghire Honge),
🗂 Tafseer Ibne Kaseer Jild 6,{sirf Tarjuma Likha Jaa Raha}
➻Alhumdulillah Ye Surah Bhi Muqammal Hui.
••═༻क़ुरआन का तर्जुमा༺═••
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✽••पोस्ट नम्बर -९१••✽
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❀ पारा नम्बर-३० ❀
❨सूर: हूमजह❩
✦⇝इस सूरह में ९ आयत हैं, और ये सूर मक्का में नाज़िल हुई हैं!.
※⇝५ से ९ आयत इस पोस्ट में हैं!.
★⇝❥बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम.,
५➻और आपको कुछ मालूम है कि वह तोड़-फोड़ करने वाली आग कैसी है..?
६➻वह अल्लाह की आग है जो (अल्लाह के हुक्म से) सुलगाई गई है,
८➻और वह आग उन पर बन्द कर दी जाएगी,
९➻(इस तरह से की) वेे लोग आग के बड़े लम्बे लम्बे सुंतूनों में (घिरे होंगे)
➻अलहम्दुलिल्लाह ये सूर: भी मुकम्मल हुई,
🗂तफ़सीर इब्न ए कसीर जिल्द ६.{सिर्फ तर्जुमा लिखा जा रहा }
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