*••═༻Quran Ka Tarjuma༺═••*
┌┅┄┅✽•••❀❀❀•••✽┅┄┅┐
*✽••Post No➛ 55••✽*
└┅┄┅✽•••❀❀❀•••✽┅┄┅┘
*❀ Para No-30 ❀*
*❨Surah Al-Balad❩*
*✦⇝ IS SURAH ME 20 AYAT HAI, AUR YE SURAH MAKKA ME NAZIL HUI HAI.*
*※⇝1 SE 6 AYAT IS POST ME HAIN.*
*★⇝❥BismiLLahirrahmaanirraheem.,*
❶➻Mein Qasam Khata Hun Is Shahar (Yani Makka) Ki,
❷➻Aur (Majmoon Se Hatkar Is Jumle Me Aapki Tasalli Ke Liye Peshingoi Farmate Hain Ki) Aapko Is Shahar Me Ladai Halaal Hone Wali Hai,
❸➻Aur Qasam Hai Baap Ki, Aulaad Ki,
❹➻Ki Humne Insaano Ko Badi Mashaqqato Me Paida Kiya,
❺➻Kya Wo Ye Khayal Karta Hai Ki Us Par Kisi Ka Bas Na Chalega,
❻➻(Aur) Kehta Hai Ke Mein Ne Itna Jyadah Maal Kharch Kar Daala,
*🗂 Tafseer Ibne Kaseer Jild 6,{sirf Tarjuma Likha Jaa Raha}*
*••═༻क़ुरआन का तर्जुमा༺═••*
┌┅┄┅✽•••❀❀❀•••✽┅┄┅┐
*✽••पोस्ट नम्बर -५५••✽*
└┅┄┅✽•••❀❀❀•••✽┅┄┅┘
*❀ पारा नम्बर-३० ❀*
*❨सूर: अल-बलद् ❩*
*✦⇝इस सूरह में २० आयत हैं, और ये सूरह मक्का में नाज़िल हुई हैं!.*
*※⇝१ से ६ आयत इस पोस्ट में हैं!.*
*★⇝❥बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम.,*
१➻में कसम खाता हूं इस शहर (यानी मक्का) की,
२➻और (मजमून से हटकर इस जुमले में आपकी तसल्ली के लिए पेशींगोई फरमाते हैं की) आपको इस शहर में लड़ाई हलाल होने वाली है,
३➻और कसम है बाप की,औलाद की,
४➻की हमने इंसानों को बड़ी मशक्कतों से पैदा किया,
५➻क्या वो ये खयाल करते है कि उस पर किसी का बस ना चलेगा,
६➻(और) केहता है मैंने इतना ज्यादा माल खर्च कर डाला,
*🗂तफ़सीर इब्न ए कसीर जिल्द ६.{सिर्फ तर्जुमा लिखा जा रहा }*
No comments:
Post a Comment
Please do not enter any spam link in the comment box.