*••═༻Quran Ka Tarjuma༺═••*
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*✽••Post No➛ 57••✽*
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*❀ Para No-30 ❀*
*❨Surah Al-Balad❩*
*✦⇝ IS SURAH ME 20 AYAT HAI, AUR YE SURAH MAKKA ME NAZIL HUI HAI.*
*※⇝13 SE 16 AYAT IS POST ME HAIN.*
*★⇝❥BismiLLahirrahmaanirraheem.,*
❶❸➻Woh Kisi (Ki) Gardan Ka Gulami Se Choraa Dena Hai,
❶❹➻Ya Khana Khilana Faake Ke Din Me,
❶❺➻Kisi Rishtedar Yateem Ko,
❶❻➻Ya Kisi Khaaksar Mohtaj Ko (Yaani Allah Ke In Ahkaam Ka Palan Karna Chahiye Tha),
*Note➻ Is Nek Kaam Ko Allah Ne Deen Ki Ghaati Farmaya Jo Pichle Post Me Guzar Chuka Hai,*
*🗂 Tafseer Ibne Kaseer Jild 6,{sirf Tarjuma Likha Jaa Raha}*
*••═༻क़ुरआन का तर्जुमा༺═••*
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*✽••पोस्ट नम्बर -५७••✽*
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*❀ पारा नम्बर-३० ❀*
*❨सूर: अल-बलद् ❩*
*✦⇝इस सूरह में २० आयत हैं, और ये सूरह मक्का में नाज़िल हुई हैं!.*
*※⇝१३ से १६ आयत इस पोस्ट में हैं!.*
*★⇝❥बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम.,*
१३➻वह किस (की) गर्दन का गुलामी से छूड़ा देना है,
१४➻या खाना खिलाना फ़ाके के दिन में,
१५➻किसी रिश्तेदार यतीम को,
१६➻या किसी ख़ाकसार मोहताज को (यानी अल्लाह के इन अहकाम का पालन करना चाहिए था),
*नोट➻इस नेक काम को अल्लाह ने दीन की घाटी फरमाया जो पिछले पोस्ट में गुजर चुका है,*
*🗂तफ़सीर इब्न ए कसीर जिल्द ६.{सिर्फ तर्जुमा लिखा जा रहा }*
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