*••═༻Quran Ka Tarjuma༺═••*
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*✽••Post No➛ 47••✽*
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*❀ Para No-30 ❀*
*❨AL-GHASHIYA❩*
*✦⇝ IS SURAH ME 26 AYAT HAI, AUR YE SURAH MAKKA ME NAZIL HUI HAI.*
*※⇝17 SE 21 AYAT IS POST ME HAIN.*
*★⇝❥BismiLLahirrahmaanirraheem.,*
❶❼➻To Kya Woh Log Unt Ko Nahi Dekhte Ki Kis Tarah (Ajeeb Taur Par) Paida Kiya Gaya Hai.?
❶❽➻Aur Aasmaan Ko (Nahi Dekhte) Ki Kis Tarah Buland Kiya Gaya Hai.?
❶❾➻Aur Pahado Ko (Nahi Dekhte) Ki Kis Tarah Khade Kiye Gaye Hain.?
❷❶➻To Aap (Bhi Unki Fikr Me Na Padiye Balki Sirf) Nasihat Kar Diya Kijiye, (Kyun Ki) Aap To Sirf Nasihat Karne Wale Hain,
*🗂 Tafseer Ibne Kaseer Jild 6,{sirf Tarjuma Likha Jaa Raha}*
••═༻ Hindi Translation*••═༻
*••═༻क़ुरआन का तर्जुमा༺═••*
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*✽••पोस्ट नम्बर -४७••✽*
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*❀ पारा नम्बर-३० ❀*
*❨अल-गाशिया❩*
*✦⇝इस सूरह में २६ आयत हैं, और ये सूरह मक्का में नाज़िल हुई हैं!.*
*※⇝१७ से २२ आयत इस पोस्ट में हैं!.*
*★⇝❥बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम.,*
१८➻और आसमानों को (नही देखते) की किस तरह बुलंद किया गया है,
१९➻और पहाड़ों को (नही देखते) की किस तरह खड़े किये गए हैं,
२०➻और ज़मीनों को (नही देखते) की किस तरह बिछाई गयी है,
२१➻तो आप (भी उनकी फ़िक्र में न पड़िये बल्कि सिर्फ) नसीहत कर दिया कीजिये, (क्यों की) आप तो सिर्फ नसीहत करने वाले हैं,
*🗂तफ़सीर इब्न ए कसीर जिल्द ६.{सिर्फ तर्जुमा लिखा जा रहा }*
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