*ZAKAT KI RAQAM CHORI HO JAYE*
⭕ AAJ KA SAWAL NO.1305⭕
A.
Agar zakat ki raqam alag kar ke rakhi ho aur woh chori ho jaye ya kisi aur tarah zayea ho jaye to zakat dobarah deni padegi?
B.
Agar Woh raqam Mujhe kisi dost ne mustahiq ko dene dee thi to chori ho jane ki wajha se dobarah dost ko lotana zaroori hoga?
🔵JAWAB🔵
حامدا و مصلیا و مسلما
A.
Han zakat dobarah deni padegi kyun zakat ada nahi hui.sliye ke masrah-zakat ki mustahiq par kharch nahi hui aur tamleek maalik banaa paya nahi gaya.
B.
Agar aap ne us raqam ki hifazat me kotahi nahi barti hai to us raqam ke aap zaamin nahi yani dost ko lotani zaroori nahi.
📔AL BAHRUR RAIQ 2/218
BAHAWALA
📙KITABUL MASAIL 2/197
📘AHSANUL FATAWA 4/289
BAHAWALA
📔MASAILE ZAKAT SAFA 231
و الله اعلم بالصواب
*ज़कात की रक़म चोरी हो जाये*
⭕ आज का सवाल न.१३४९⭕
१. अगर ज़कात की रक़म अलग कर के रखी हो और वह चोरी हो जाये या किसी और तरह जायअ हो जाये तो ज़कात दोबारह देनी पड़ेगी?
२. अगर वह रक़म मुझे किसी दोस्त ने मुस्तहिक़ को देने के लिए दी थी तो चोरी हो जाने की वजह से दोबारह दोस्त को लौटना ज़रूरी होगा?
🔵जवाब🔵
حامدا و مصلیا و مسلما
१. हाँ ज़कात दोबारह देनी पड़ेगी क्यों ज़कात अदा नहीं हुई. इस लिए के मसराह-ज़कात की मुस्तहिक़ पर खर्च नहीं हुई और तम्लीक मालिक बनना पाया नहीं गया.
२. अगर आप ने उस रक़म की हिफाज़त में कोताही नहीं बरती है तो उस रक़म के आप ज़ामिन नहीं यानि दोस्त को लोटानी ज़रूरी नहीं.
📔अल बहरूर राइक २/२१८ बहवाला
📙किताबुल मसाइल २/१९७
📘एहसानुल फतवा ४/२८९ बहवाला 📔मसाइल ज़कात सफा २३१و
و الله اعلم بالصواب
✍🏻मुफ़्ती इमरान इस्माइल मेमन
🕌उस्ताज़े दारुल उलूम रामपुरा, सूरत, गुजरात, इंडिया.
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